अग्निपथ के प्रमोशन को कानपुर आए संजय दत्त
Posted on: Wed, 18 Jan 2012 06:37 PM (IST)
कानपुर। फिल्म अभिनेता संजय दत्त का कहना है कि उन्हें उत्तर प्रदेश में असली हिंदुस्तान दिखा है। 26 जनवरी को रिलीज हो रही फिल्म अग्निपथ के प्रमोशन के सिलसिले में नगर प्रवास के दौरान जागरण से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रदेश की दशा सुधारने का दारोमदार भी युवाओं पर ही है और चुनाव में उन्हें अपना महत्व दिखाना होगा। दैनिक जागरण की नई वेबसाइट जागरण डॉट कॉम को शुभकामनाएं देते हुए संजय ने कहा कि यह साइट बहुत ही अच्छी है, इसमें नयापन है और बहुत अच्छा प्रयास है।
बीते लोकसभा चुनाव में सूबे की राजनीति में सक्रिय रहे संजय दत्त ने कहा कि वे कानपुर ही नहीं, पूरे यूपी से भलीभांति परिचित हैं, आखिर तीन महीने यहां मेहनत जो की है। उन तीन महीनों में बहुत कुछ सीखने और देखने को मिला है। हम लोग मुंबई में रहते हैं, तो वहां की जिंदगी को ही हिंदुस्तान समझते हैं। यूपी आने के बाद यहां असली हिंदुस्तान दिखा।
बिजली-पानी-शिक्षा की समस्या
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बिजली, पानी व शिक्षा का संकट सबसे बड़ी समस्या है। चुनाव में वोट डालते समय इन समस्याओं का समाधान भी मूल में होना चाहिए। युवा ही उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल सकते हैं। उन्हें मिलकर आगे आना होगा और वोट जरूर डालना होगा। वोट डालते समय वे भारत की तरक्की देखें, समग्र विकास जरूर होगा। उसे ही वोट दें, जो देश की तरक्की के साथ उत्तर प्रदेश की समस्याओं के समाधान को आधार बनाकर काम करे।
अब मैं हूं कांग्रेस के साथ
विधानसभा चुनाव में प्रचार करेंगे कि नहीं, पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कोई पार्टी उन्हें बुलाए तो। फिर बोले, वैसे मैं कांग्रेस के साथ हूं। हम लोग पुराने कांग्रेसी हैं। मेरे पिता कांग्रेसी थे, मेरी बहन कांग्रेसी है। परिवार की परंपराओं के साथ देश की परंपराओं से भी कांग्रेस जुड़ी है।
फिल्मोद्योग में गुटबाजी ज्यादा
संजय दत्त ने कहा कि अपने पूरे फिल्मी करियर में उन्होंने जबर्दस्त बदलाव देखे हैं। 1970 के दशक में जब उन्होंने फिल्मोद्योग में कदम रखे थे, तब पूरा बॉलीवुड एक परिवार की तरह था। लोग एक दूसरे के दुख-सुख में खड़े रहते थे। अब स्थितियां बदली हैं और गुटबाजी ज्यादा हो गयी है। लोग खेमों में बंटे हुए हैं और एक दूसरे की परवाह नहीं करते। ऐसे में वे सबसे अलग रहकर काम करते हैं और हर किसी के साथ समय पर खड़े होते हैं।
कानपुर से है विशेष लगाव
पिता सुनील दत्त के कानपुर से जुड़ाव की चर्चा पर वे बोले, पिता का लखनऊ-कानपुर से विशेष जुड़ाव रहा है। वे यहां नौकरी भी करते रहे थे। इसके अलावा यहां तमाम दोस्त हैं, जिनकी शादियों में आए और डांस किया है। स्वरूप नगर के एक परिवार में नियमित आना जाना रहा है और कानपुर की चाट भी खूब खायी है। यहां के लोगों में जबर्दस्त एनर्जी है और वे उसका उपयोग भी करते हैं।