
(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। बेंगलुरू टेस्ट में पहले दिन जब दक्षिण अफ्रीकी पारी सस्ते में निपटी तो उनके पास बचने का कोई रास्ता नहीं था, वो बारिश ही थी जिसने इस पूरे मैच को धोते हुए द.अफ्रीकी की लाज बचा ली। वैसे, दक्षिण अफ्रीकी टीम सिर्फ इसलिए खुश नहीं होगी कि ये मैच ड्रॉ रहा बल्कि खुशी इस बात की भी है कि अगला मैच नागपुर में होना है। आखिर नागपुर टेस्ट को लेकर दक्षिण अफ्रीका क्यों है इतना उत्साहित, आइए जानते हैं।
- डरावनी हैं पुरानी यादेंः
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम पर सिर्फ एक ही टेस्ट मैच खेला गया है। फरवरी 2010 में खेले गए उस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीकी टीम ने मेजबान भारत को पारी और 6 रन से मात दी थी। मैच की पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका ने 6 विकेट पर 558 रनों का विशाल स्कोर खड़ा करते हुए पारी घोषित की थी और फिर भारत को 233 रन पर समेटते हुए फॉलोऑन खेलने पर मजबूर किया था। भारत फॉलोऑन खेलते हुए भी फ्लॉप साबित हुई थी और 319 रन पर चौथे दिन ही दक्षिण अफ्रीका ने भारतीय पारी को समेट डाला था।
- अमला के लिए सुनहरा रहा है इतिहासः
हाशिम अमला जब पांच साल पहले नागपुर में टेस्ट मैच खेलने आए थे तो उस मैच में वो स्टार बनकर उभरे थे। अमला ने पहली पारी में नाबाद 253 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी। उनके साथ-साथ पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर जैक्स कैलिस ने 173 रनों की पारी खेलकर दक्षिण अफ्रीका का स्कोर पांच सौ पार पहुंचा दिया था। जाहिर है कि अमला को यहां की पिच काफी रास आती है। आज वो दक्षिण अफ्रीकी टेस्ट टीम के कप्तान हैं और अपने फॉर्म से भी जूझते नजर आ रहे हैं, ऐसे में शायद नागपुर टेस्ट उनके लिए वापसी का मंच साबित हो सकता है।
- डेल स्टेन का कहरः
2010 में नागपुर में दोनों टीमों के बीच हुए उस मैच में डेल स्टेन के कहर के आगे दिग्गजों से भरी पूरी भारतीय टीम पस्त हो गई थी। स्टेन ने मैच की पहली पारी में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए महज 51 रन लुटाए और 7 विकेट झटके थे। वहीं, भारत को फॉलोऑन खिलाते हुए दूसरी पारी में भी उन्होंने तीन विकेट झटके। फिलहाल स्टेन अपनी फिटनेस से जूझ रहे हैं लेकिन उम्मीद है कि नागपुर टेस्ट से पहले वो फिट हो जाएंगे। ऐसा हुआ तो भारतीय टीम के लिए टेस्ट के इस नंबर.1 गेंदबाज को झेलना आसान नहीं होगा।
- इनके बिना खेलना होगाः
पिछली बार जब इस मैदान पर भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमें आमने-सामने थीं तब कुछ ही खिलाड़ी धमाल मचाते नजर आए थे, हालांकि फिर भी टीम इंडिया को हार ही मिली थी। आज उन दिग्गजों में कोई भी टीम में मौजूद नहीं है। पहली पारी में जो भारतीय गेंदबाज सबसे सफल हुआ था, वो थे जहीर खान। जहीर ने उस पारी में तीन विकेट झटके थे लेकिन अब वो हाल में संन्यास की घोषणा कर चुके हैं। वहीं, बल्लेबाजों की बात करें तो पहली पारी में भारतीय टीम के फ्लॉप शो के दौरान वीरेंद्र सहवाग एकमात्र ऐसे खिलाड़ी थे जो जमकर खेल सके थे। सहवाग ने 109 रनों की पारी खेली थी जबकि दूसरी पारी में सचिन तेंदुलकर ने सर्वाधिक 100 रनों की पारी खेली थी लेकिन इस बार इन दोनों में कोई भी टीम में मौजूद नहीं है। देखना दिलचस्प होगा कि कौन इस दिग्गजों की भरपाई करता है।
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